टिहरी हाइड्रो डेवलमेंट कारपोरेशन (टीएचडीसी) ने पंप स्टोरेज प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। संभवत 15 सितंबर के बाद से पीएसपी से बिजली उत्पादन शुरू हो सकेगा। टीएचडीसी सितंबर आखिरी सप्ताह से ढाई सौ मेगावाट क्षमता की एक यूनिट से बिजली उत्पादन का इन दिनों ट्रायल कर रहा है।
टिहरी बांध के पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) के अंतिम चरण का काम इन दिनों चल रहा है। टीएचडीसी के मुताबिक पीएसपी की ढाई सौ मेगावाट की एक यूनिट से 15 सितंबर के बाद से बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जायेगा। इसके लिए इन दिनों ट्रायल चल रहा है।
एक हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन
पीएसपी से एक हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होना है। यहां पर ढाई सौ मेगावाट क्षमता की चार टरबाइनें संचालित की जायंगी। वर्तमान में एक हजार मेगावाट क्षमता के टिहरी बांध और चार सौ मेगावाट क्षमता के कोटेश्वर बांध बिजली का उत्पादन हो रहा है।
पीएसपी के बन जाने से टिहरी बांध की 2400 मेगावाट की क्षमता हो जायेगी और उसके बाद बिजली उत्पादन भी बढ़ जायेगा। जिसके बाद टीएचडीसी नार्दन ग्रिड को ज्यादा बिजली आपूर्ति कर सकेगा।
पीएसपी के अंतिम चरण के कार्य के लिये टीएचडीसी ने बीते जून माह में लगभग एक महीने का क्लोजर लिया था। जिसके बाद टिहरी बांध से एक महीने तक बिजली उत्पादन बंद था। इस दौरान पीएसपी का अंतिम चरण का सविलि वर्क किया गया था।
अब टीएचडीसी का पूरा फोकस पीएसपी की यूनिट से बिजली उत्पादन पर है। पहले चरण में एक यूनिट शुरू की जायेगी और उसके बाद धीरे- धीरे अन्य तीन यूनिट से भी बिजली उत्पादन शुरू किया जायेगा।