उत्तराखंड में पहाड़ से मैदान तक आंशिक बादलों के बीच धूप खिल रही है। हालांकि, कहीं-कहीं तीव्र बौछारें और भारी बारिश के दौर भी जारी हैं। दून में सुबह से धूप खिलने के बाद शाम को तीव्र बौछारें पड़ीं।
मौसम विज्ञान केंद्र के बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम का मिजाज इसी प्रकार का बना रह सकता है। देहरादून और बागेश्वर में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ भारी बारिश के दौर हो सकते हैं। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी आंशिक बादल छाये रहने के आसार हैं।
देहरादून में करीब आधा घंटा झमाझम बारिश
दून में सोमवार को सुबह से चटख धूप खिली रही। जिससे तपिश बढ़ गई, हालांकि दोपहर बाद आंशिक बादल मंडराने लगे। शाम करीब चार बजे शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में तीव्र वर्षा का दौर शुरू हुआ।
करीब आधा घंटा झमाझम बारिश हुई। इसके बाद बादल फिर छंट गए। मौसम विभाग के अनुसार देहरादून में अगले कुछ दिनों तक आंशिक बादलों के साथ ही धूप खिले रहने का अनुमान है। हालांकि, कहीं-कहीं भारी बारिश के एक से दो दौर हो सकते हैं।
बदरीनाथ हाईवे चौथे दिन भी नहीं खुला
मलबा आने से नंदप्रयाग के पास बंद है राजमार्ग-यात्रियों ने लगाया धीमी गति से काम कराने का आरोप संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर: बदरीनाथ हाईवे चौथे दिन भी नहीं खुल पाया है। मलबा आने के कारण यह मार्ग नंदप्रयाग के पास 23 अगस्त से बंद है।
वाहनों की आवाजाही नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण मोटर मार्ग से कराई जा रही है। हालांकि संकरी होने के चलते यह सड़क हाईवे के वाहनों का दबाव झेलने की स्थिति में नहीं है। यात्रियों और स्थानीय लोगों ने मलबा हटाने का काम धीमी गति से करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के पास हाईवे को खोलने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। उन्होंने नंदप्रयाग में प्रशासन की व्यवस्थाओं पर आक्रोश जताते हुए कहा कि संपर्क मोटर मार्ग पर भी जाम से परेशानी हो रही है।
यात्रियों का आरोप है कि मलबा हटाने के लिए दो बड़ी जेसीबी मशीनें लगाई गई है, लेकिन डंपिंग जोन तक मलबा ढोने के लिए सिर्फ तीन डंफर ही है। डंपिंग जोन में भी मलबा फेंकने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इधर, वाहनों को चमोली, कोठियालसैंण और नंदप्रयाग में रोककर एक-एक के घंटे वनवे किया गया तो पुलिस को यात्रियों के विरोध का सामना भी करना पड।
वाहनों की भीड़ होने के चलते पुलिस रात में भी वाहनों को निकालने की कोशिश में जुटी है। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने कहा कि नंदप्रयाग में एक डंपिंग जोन की व्यवस्था और कर दी गई है। अब मलबा हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अब तीन जेसीबी मशीनें और तीन डंफर मलबा हटाने में जुटे हैं। पहाड़ी से मलबा आने से दिक्कतें हुई हैं।
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